जीत के बाद रविंद्र जडेजा को गोद में उठा कर रो पड़े कप्तान धोनी, सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ वीडियो
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग साल 2023 का रोमांच अब पूरी तरीके से खत्म हो चुका है। 29 मई के दिन खेले गए चेन्नई सुपर किंग बनाम गुजरात टाइटंस के बीच अंतिम और निर्णायक मुकाबला खेला गया। जिसमें चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पांच विकेट से गुजरात को हराकर आईपीएल में पांचवीं बार चैंपियन बनने का रिकॉर्ड दर्ज कराया है। वही आपको बता दें कि इस मुकाबले को अपने नाम करने के बाद पूरी टीम खुशी से मानो मैदान में झूमते हुए नजर आई। वहीं इसी बीच कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी रविंद्र जडेजा को अपनी गोद में उठाकर जीत का जश्न मनाते हुए दिखाई दिए हैं। जिसमें उनकी आंखों में आंसू भी देखे गए हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
आपको बता दें कि आईपीएल के फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग को जीत के लिए 2 गेंदों में 10 रन की जरूरत थी वही स्ट्राइक पर बल्लेबाजी कर रहे हैं रविंद्र जडेजा ने आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर एक सीधा और बड़ा छक्का लगाया इसके बाद अंतिम गेंद पर जडेजा ने चौका लगाकर चेन्नई को पांचवीं बार चैंपियन बनाया है और इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया है। जिसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी मैदान में भागकर दौड़े चले आए और जाडेजा को अपनी गोद में उठाकर जीत का जश्न मनाते हुए दिखाई दिए हैं जिसमें धोनी के आंखों में आंसू भी देखे गए हैं जिसका अंदाजा आप इस वीडियो को देख कर लगा सकते हैं। वहीं कप्तान धोनी के अलावा पूरी टीम भी जाडेजा को गले लगाते हुए नम आंखों से जीत की बधाइयां देते हुए दिखाई दिए हैं इसके अलावा सभी चेन्नई के फैंस के आंखों में भी खुशी के आंसू देखे गए आइए एक नजर डालते हैं इस वायरल हो रहे हैं वीडियो पर।
आई पी एल 2023 के सीजन का फाइनल मुकाबला चेन्नई सुपर किंग और गुजरात टाइटंस के बीच बेहद कांटे की टक्कर देखने को मिली। इस मुकाबले में कप्तान धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। वही जवाब में पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात टीम की तरफ से साईं सुदर्शन और रिद्धिमान साहा ने बेहतरीन पारी खेलते हुए अपनी टीम को 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 214 रनों तक पहुंचा डाला। लेकिन अहमदाबाद के मैदान पर तेज बारिश होने के कारण मैच देरी से शुरू हुई। जिसके चलते अंपायर ने डीएलएस मेथड का इस्तेमाल करते हुए मैच को 15 ओवर तक सीमित कर दिया और चेन्नई को 171 रन का लक्ष्य बनाने को दे दिया। जिसमें चेन्नई ने अंत तक हार ना मानते हुए आखिरी गेंद पर इस मुकाबले को अपने नाम करके पांचवीं बार आईपीएल का खिताब जीता है।