बाल विवाह के बाद इंस्पेक्टर बनकर पूरा किया वर्दी पहनने का सपना, भाइयों ने कंधे पर बिठाकर घुमाया पूरे गांव में
कहते हैं सपनों की उड़ान अगर ऊंची हो तब रास्ते में आने वाले सभी संघर्षों को इंसान पीछे छोड़ देता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है राजस्थान के बाड़मेर की रहने वाली बिटिया हेमलता जाखड़ ने जिसकी दिल छू लेने वाली कहानी इन दिनों हर किसी को पसंद आ रही है और साथ में लोगों को इस बात का प्रोत्साहन मिलता नजर आ रहा है कि अगर सच्ची मेहनत और लगन से कोई भी काम किया जाए तो कोई भी सपना अछूता नहीं रहता है। आइए आपको बताते हैं कैसे 17 वर्ष की उम्र में ही विवाह के बंधन में बनने वाली हेमलता ने अपने सपनों की ऐसी उड़ान भरी थी आखिरकार उन्होंने वर्दी पहनने का सपना पूरा कर लिया।
राजस्थान के बाड़मेर जिले की बिटिया हेमलता जाखड़ इन दिनों अपने पूरे गांव में सम्मान का प्रतीक बन चुकी है। दरअसल हाल ही में हेमलता सब इंस्पेक्टर के रूप में तैनात हुई है और जैसे ही उनके घर वालों ने यह सुना कि उनकी बिटिया अब सब इंस्पेक्टर बन गई है तब किसी को भी इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है। हेमलता ने खुद बताया कि जब वह 8 साल की थी तभी उन्होंने यह ठान लिया था कि वह पुलिस इंस्पेक्टर बनकर देश की सेवा करेगी हालांकि इन सबके बीच में हेमलता को संघर्षों का भी सामना करना पड़ा क्योंकि मात्र 17 वर्ष की उम्र में ही हेमलता का बाल विवाह हो गया था। आइए आपको बताते हैं हेमलता को समाज के कैसे तानो का सामना करना पड़ा था जिसके बाद भी हेमलता ने हार नहीं मानी और आज अपना सपना सच कर दिखाया।
हेमलता सिर्फ 17 वर्ष की उम्र में ही शादीशुदा हो गई थी और इसी वजह से उन्हें अपने घर परिवार को संभालने के बाद पढ़ाई करनी पड़ती थी। हालांकि घर की चारदीवारी में रहकर ऐसा कर पाना उनके लिए बहुत मुश्किल था और इसी वजह से जब वह अभ्यास के लिए घर के बाहर निकलती थी तब गांव समाज के तानो का भी उन्हें सामना करना पड़ता था लेकिन हेमलता ने यह ठान रखा था कि वह किसी भी हालत में पीछे की तरफ नहीं देखेगी। सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर जब हेमलता अपने गांव पहुंची तब उनके भाइयों ने कंधे पर बिठाकर अपने बहन को पूरे गांव में घुमाया और यह दिखाते नजर आए की उनकी बहन ने अपना सपना साकार कर दिखाया जो वह चाहती थी। हर कोई इस होनहार बिटिया की प्रतिभा की सराहना कर रहा है और लोग यह कह रहे हैं कि हेमलता ने आखिरकार अपना सपना पूरा कर लिया।