धीरूभाई अंबानी ने इस तरह खड़ा किया अरबों का बिजनेस, छोटी सी ऑफिस से बना दिया अरबपति
मुकेश अंबानी जो आज विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक माने जाते हैं उनके रिलायंस इंडस्ट्रीज की नीव पिता धीरूभाई अंबानी ने रखी थी। जिस तरह से मुकेश अंबानी लगातार अपनी नई तकनीक की बदौलत रिलायंस इंडस्ट्रीज को नए मुकाम पर पहुंचा रहे हैं ठीक उसी तरह से उनके पिता धीरूभाई अंबानी ने भी अपने शानदार व्यवसाय की नींव रखी थी और उसी की बदौलत आज रिलायंस इंडस्ट्रीज का अरबों रुपए का कारोबार पहुंच चुका है।
हर कोई आज के दौर में मुकेश अंबानी के बिजनेस आइडिया की जमकर तारीफ करता है लेकिन आपको बता दें कि वह उनके पिता धीरूभाई अंबानी ही थे जिन्होंने अपने संघर्षों की बदौलत रिलायंस इंडस्ट्रीज को इस मुकाम पर पहुंचाया था। आइए आपको बताते हैं कैसे धीरूभाई अंबानी ने लंबे संघर्ष के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज को ऊंचाइयों पर पहुंचाया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज आज दुनिया भर का कारोबार करती नजर आती है और आपको बता दें कि इसकी नीव धीरूभाई अंबानी ने रखी थी। हालांकि अपना काम शुरू करने के पहले धीरूभाई अंबानी अपने चचेरे भाई के साथ पेट्रोल पंप पर नौकरी करते थे और वहां पर ₹300 का महीना कमाते थे।
धीरूभाई अंबानी अपने काम पूरी तन्मयता के साथ करते थे जिससे उनके काम से खुश होकर उनका मालिक 2 महीने में ही उनकी सैलरी बढ़ाने वाला था लेकिन खुद धीरुभाई को यह समझ में आ गया था कि वह इस नौकरी के लिए नहीं बने हैं।
अपनी नौकरी को छोड़ने के बाद धीरूभाई अंबानी वापस अपने देश भारत आ गए और आइए आपको बताते हैं सबसे पहले उन्होंने वह कौन सा कारोबार शुरू किया जिसको देखते ही देखते वह आसमान की ऊंचाइयों को छूने लगा।
धीरूभाई अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखने वाले माने जाते हैं उन्होंने भारत आते ही इस बात पर विचार किया कि मसालों का आयात निर्यात उनके व्यवसाय के लिए सबसे शानदार काम साबित हो सकता है। मसालों के आयात निर्यात के बाद धीरूभाई अंबानी ने कपड़ों का व्यवसाय शुरू किया।
देखते ही देखते उन्हें इन कामों में काफी सफलता मिलने लगी और उसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। धीरूभाई अंबानी ने जब अपने व्यवसाय का कारोबार शुरू किया था तब मात्र 40 गज के कमरे में उनका ऑफिस का सेटअप था और उसी कमरे में वह अपनी कंपनी का काम करते नजर आते थे।
आज देश और विदेश में भी रिलायंस के आउटलेट खुल चुके हैं और कहीं ना कहीं इसके पीछे धीरूभाई अंबानी का हाथ है क्योंकि उन्होंने अथक परिश्रम करके इस मंजिल पर रिलायंस इंडस्ट्रीज को पहुंचा दिया है।