IPS Narool Hasan: आईपीएस की पढ़ाई के लिए कम पढ़ रहे थे पैसे, नुरुल हसन के पिता ने ज़मीन बेचकर चुकाई कोचिंग की 35000 फीस संघर्ष की कहानी आँखे कर देंगी नम।
आखिर हम सब जानते है अगर ज़िन्दगी में कुछ हासिल करना है या कुछ बनना है तो मन लगाकर मेहनत करनी ही पड़ेगी. मेहनत के दम पर आप दुनिया में बहुत बड़ा नाम बना सकते है. बता दे की देश की सबसे कठिन परीक्षाओ में गिने जाने वाले UPSC की परीक्षा को सबसे कठिन परीक्षा बताया जाता है.
आपको बता दे की ज्यादातर विद्यार्थी ऐसे होते है जो एक बार में इस परीक्षा में पास नही होने पर फिर से इसकी तैयारी में लग जाते है. और फिर इसमें पास हो कर ही रुकते है. लेकिन आज हम एक ऐसे होनहार विद्यार्थी की जिसने अपने मेहनत के दम पर आज बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली.
खास बात यह है की आज हम जिस शख्स के बारे में बात करने वाले है उनका नाम नूर हसन है. बता दे की यूपी के पीलीभीत जिले के एक छोटे से गांव में पैदा हुए नुरुल हसन ने का बचपन से ही सपना था की बड़ा हो कर एक IPS ऑफिसर बनना है. जिसको उन्होंने पूरा भी कर लिया.
बताया जा रहा है की नूर हसन बेहद गरीब परिवार के रहने वाले थे. जबकि इनकी परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब थी. जिसमे पढ़ पाना किसी भी छात्र के लिए आसान नही होता है. कहा तो यह भी जा रहा है की बचपन में नूर हसन के पिता के पास नौकरी भी नही थी.
आपके जानकारी के लिए बता दे की बाद में इनके पिता को फोर्थ ग्रेड कर्मचारी की नौकरी मिली. खास बात यह है की उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव में ही हुई. बता दे की जब वो कक्षा छह में थे तो ए,बी,सी, डी… सीखे थे. लेकिन इनको साल 2014 में सफलता मिल ही गई.
सबसे अहम बात यह है की 2014 में UPSC की परीक्षा दी और इस बार उनका मेहनत लाई. इतना ही नही बल्कि इंटरव्यू में उन्होंने 190 मार्क्स ला कर आईपीएस बन गए. आप यह भी जान ले की नूर हसन का मानना है की अगर इंसान चाहे तो वो अपने हालातों को शिक्षा के द्वारा ही बदल सकता है.