उड़ीसा कि रहने वाली लड़की ने पहले ही प्रयास में अपना upsc का पेपर क्लियर कर, घर वालों का किया नाम रोशन...
ना हि किसी से मदद लि थी और पूरे इंडिया में 31 वी रेक हासिल की है और अपने घर वालों का नाम ऊंचा कर दिया है। इस लड़की का नाम सिमी करन है, सिमी ने upsc और (IIt) इन दोनों का पेपर क्लियर कर लिया पहले ही प्रयास में।
सिमी करन के पिता का नाम डीएम करन है इनके पिता भिलाई स्टील प्लांट में काम करते हैं, सिमी करन ने अपना बचपन छत्तीसगढ़ में बिताया।
सिमी पढ़ाई में बहुत ही होशियार थी इसने 12वीं की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल में की थी, सिमी के 12th में 98.4 परसेंट लेकर आई और पूरे राज्य में टॉप कि थी और अपना नाम बना लिया इसने दिन रात करके अपनी पढ़ाई पूरी की और आज यूपीएससी का पेपर क्लियर कर लिया।
सिमी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी की थी और इसके बाद आईआईटी का एग्जाम दिया था जिसके अंदर उसका सलेक्शन भी हो गया था।
दरअसल सिमी का प्रशासनिक सेवा में जाने का कोई विचार नहीं था, सीमी ने इंजीनियरिंग के कारण इंटर्नशिप समय में स्लम एरिया के बच्चों को पढ़ाने जाती थी और उनका मन वही पर बदला था की प्रशासनिक सेवा मैं जाकर सेवा करूंगी।
सिमी गरीब बच्चों की बहुत मदद करती थी और उन्हें किसी भी चीज की आवश्यकता नहीं पडने देती थी,उसने ठान लिया कि एक ऊंची पोस्ट पर जाकर गरीब बच्चों को एक अच्छा भविष्य दे पाओगी, सिमी करन को सिविल सर्विसेज से अच्छा कोई उपाय नहीं मिला।
22 साल की उम्र में सिमी करन ने बिना कोचिंग किए यूपीएससी का पेपर क्लियर करने की ठान ली और दिन-रात करके उसने यूपीएससी का पेपर क्लियर कर लिया। सिमी करन ने इंटरनेट के माध्यम से परीक्षा की तैयारी की और पूरी किताबों की लिस्ट बना दी और उनसे तैयारियां करने लगी।
22 साल उम्र लड़की का कहना है कि परीक्षा की तैयारी के लिए ज्यादा से ज्यादा रिवीजन और कठिन परिश्रम करना पड़ता है और अपने लक्ष्य को टारगेट रखना चाहिए। इसने इतनी कम उम्र में दो अलग-अलग फील्ड् की तैयारी की थी।
सिमी बोल रही है कि मेरी फैमिली मुझे फुल सपोर्ट करती थी और करती रहेगी उसने अपने घर वालों का नाम ऊंचा कर दिया है और पूरे राज्य में 31 रैंक लाकर अपनी एक अलग पहचान बना ली।