जब पुरे गाँव में पहली थानेदार बनी गाँव की बिटिया तो भाइयों ने अपने कंधे पर बिठाकर घुमाया पूरा गाँव
अगर आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाहे और उसके प्रति आप मेहनत करना शुरु करें तो एक दिन आप सफलता के द्रार पर जरुर पहुंचते है।
दुनिया की कोई भी ताकात आप को नहीं हरा सकती। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसे ही बेटी के बारे में बात करने वाले है, जिन्होंने पढ-लिखकर अपने परिवार सहित अपने पूरे समाज का मान-सम्मान बढाया।
हम इस आर्टिकल में जिसकी बात करे रहे है उनका नाम हेमलता जाखड है। वे राजस्थान की रहने वाली है, उनका जन्म बेहद ही साधारण परिवार में हुआ था।
बता दें कि हेमलता के पिताजी एक किसान थे। इस तरह इनका जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा। इन्होंने अपने जीवन में जमकर मेहनत की और तब जाकर इन्हें ये सफलता प्राप्त हुई।
आप को जानकारी के लिए बता दें कि हेमलता बचपन से ही पढने में काफी तेज तर्रार थी। इनके पिताजी का भी सपना था कि मेरी बेटी-पढ लिखकर अच्छी इन्सान बने। ऐसे में हेमलत्ता ने अपने पिता के सपना को पढ-लिखकर मेहनत के दम पर साकार की औऱ बनी।
हेमलता जाखड के पुलिस ऑफिसर बनने के बाद पूरे गांव के लोगों ने उन्हें बधाई दी। सभी ने कहा की मेरे गांव की पहली बिटियां पुलिस वाली बनी है। इस मौके पर पिता के आंसू भी छलक गए।