सूर्यकुमार यादव की तरह गांव की यह लड़की लगाती है शानदार चौके-छक्के, सोशल मीडिया में छाई
बोलते है की कभी किसी को कमज़ोर समझना नहीं चाइये आज इसी लाइन से एक छोटी सी लड़की की स्टोरी लेकर अये है, हाल ही में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को हराकर कीर्तिमान रचा है. उसके बाद हर भारतवासी के सोशल मीडिया एकाउंट पर बधाइयों का तांता लगा हुआ है.
इसी बीच बाड़मेर के शेरपुरा कानासर की 14 वर्षीय मूमल मेहर का गांव में क्रिकेट खेलते वीडियो किसी के के हाथ लग गया. उसने इस प्रतिभा को उचित मंच दिलाने के लिए उस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. देखते ही देखते मूमल का यह वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो में लड़की क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव की तरह चौके-छक्के मार रही है.
इस वीडियो में मूमल एक के बाद एक शॉट लगा रही है. उसके बेहतरीन शॉट देखकर हर कोई हैरान हो रहा है. मूमल मेहर शेरपुर कानासर के किसान मठार खान की बेटी है. उसके घर की आर्थिक हालत काफी खराब है. खेलने के लिए उसके पास जूते भी नहीं है. उसने कभी अपने पांवों में जूतों की परवाह नहीं की. उसको जहां बैट मिल गया वह शानदार शॉट्स की शुरुआत कर देती है. फिर चाहे सामने गांव का कितना ही बड़ा बॉलर क्यों न हो.
मूमल मेहर के पिता की कमाई इतनी नहीं है कि वो अपनी बेटी को क्रिकेट की उम्दा ट्रेनिंग दिला सके. मूमल के छह बहनें और हैं. फिलहाल स्कूल के टीचर रोशन खान मूमल को कोचिंग दे रहे हैं. वे उसे क्रिकेट की बारीकियों के बारे में बताते हैं. रोज तीन से चार घंटे प्रैक्टिस करवाते हैं. मूमल को खेल के साथ अपनी मां के कामों में भी हाथ बंटाना पड़ता है. घर की बकरियों को भी चराना पड़ता है. मूमल के छह बहनें और दो भाई हैं. मूमल घर से तीन किलोमीटर दूर पैदल स्कूल जाती है. क्रिकेट प्रैक्टिस करती है. फिर घर आती है.
मूमल का कहना है की वह इंडियन क्रिकेट स्टार सूर्यकुमार की बेटिंग देखती है. उनको देखकर लंबे-लंबे शॉट लगाने की कोशिश करती है. रोजाना तीन-चार घंटे खेलती है. रोशन भाई प्रैक्ट्रिस करवाते हैं. हाल ही में ग्रामीण ओलिंपिक ग्राम पंचायत से जिला स्तर तक खेले गए. बकौल मूमल फाइनल मैच में कड़े मुकाबले में उनकी टीम हार गई. लेकिन सेमीफाइनल मैच में उसने अपनी प्रतिभा दिखाते हुए नाबाद 25 रन बनाए तो चार मैच में सात विकेट भी लिए.
हम आशा करते है की आप सबको इस बची की कहानी पसंद आई होगी , आप सभी लोग दुआ करें की ये बची काफी आगे तक जाये और भारत का नाम रोशन करे.