मेजर बेटी ने 2 बार माउंट एवरेस्ट फतेह कर किया देश का नाम रोशन, बनीं महिलाओं के लिए प्रेरणा......
दोस्तों राजस्थान के नागौर की रहने वाली मेजर दीपिका राठौड़ ने राजस्थान के लोगों को गर्व महसूस कराया है। दीपिका माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला बनी। दीपिका ने मई 2016 में यह सफलता हासिल की। मेजर दीपिका ने पहली बार माउंट एवरेस्ट को 25 मई 2012 को फतेह किया।
मेजर दीपिका राठौड़ 21 जून को 11 महिला सदस्य दल के साथ माउंट एवरेस्ट चढ़कर दूसरी बाल सफलता प्राप्त की इनके कारनामे के चलते राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश को इन पर नाज है। इनके इस कार्य से महिलाओं को इंस्पिरेशन जरूर मिली होगी।
मेजर दीपिका के हसबैंड जितेंद्र सिंह शेखावत मर्चेंट नेवी में इंजीनियर है। दीपिका कोई है आगे बढ़ने के लिए हमेशा मोटिवेट करते हैं दीपिका नागौर जिले के डीडवाना के पास भवादिया गांव की रहने वाली है। दीपिका के पिता का नाम ठाकुर गणपत सिंह राठौड़ है। आपको बता दें कि दीपिका ने दिल्ली आर्मी परेड की कमान भी संभाल चुकी है। दीपिका को राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा मंडल से सम्मानित भी किया जा चुका है। जब दीपिका ने अंतरराष्ट्रीय लेवल पर गोल्ड मेडल जीता तब राजस्थान सरकार ने इंदिरा गांधी नहर के पास फ्री में मुरब्बा बांटा।
राजस्थान की बेटी दीपिका को देश के पीएम, रक्षा मंत्री, राजस्थान के राज्यपाल और सीएम सहित सरकारी विभागों और संगठनों द्वारा शुभकामनाएं भी मिली और इनके द्वारा सम्मानित भी की गई। जब दीपिका लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर अप्वॉइंट की गई तब उन्हें पूरे जिले में बधाइयां दी। पूरे गांव को दीपिका पर नाज है।
दीपिका ने एवरेस्ट अभियान के लिए एनसीसी से 2015 में भर्ती अभियान शुरू किया, इसके लिए देश की लगभग 10 बेटियों को चुना गया, इससे 2 साल पहले ऐसा कोई अभियान शुरू नहीं किया गया था और इससे पहले भी 25 अप्रैल 2015 को भूकंप के कारण इस एवरेस्ट पर 25 लोगों की मौत हो गई थी,पहले 2014 में यहां हिमस्खलन भी हुआ जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गवाई। इसी कारण पिछले 2 सालों से एवरेस्ट पर चढ़ाई बंद थी लेकिन जब एवरेस्ट पर धीरे-धीरे चढ़ाई होने लगी तब देश की इन बेटियों ने एवरेस्ट पर चढ़कर सफलता की ऊंचाइयों को छू लिया और देश को गौरवान्वित किया।
मेजर दीपिका ने इंडियन आर्मी में कैप्टन के पद पर भर्ती होकर अपने माता पिता क ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान और देश का नाम रोशन किया। इनसे महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा भी जरूर मिली होगी।