नूरूल हसन गरीबी में पले बढ़े, पिता थे चपरासी, तमाम दिक्कतों के बाद भी नहीं मानी हार, बन गए आईपीएस
आईएएस और आईपीएस बनना हर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र का सपना होता है मगर बहुत कम छात्र ही अपने इस सपने को पूरे कर पाते हैं. ऐसी ही कहानी है आईपीएस नूरूल हसन की. वो बेहद गरीबी में पले लेकिन तमाम दिक्कतों के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अंत में अपना सपना पूरा करके ही दम लिया.
उनकी कहानी आज भी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो संसाधनों के आभाव का रोना रोते हैं और अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ देते हैं. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के रहने वाले नूरूल हसन के पिता बरेली में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे तक उन्होंने दसवीं की परीक्षा पास की.
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