कभी झाड़ू पोछा करके अपनी जिंदगी जी रहे थे रिंकू सिंह, आज आईपीएल किंग की मिल गई है उपाधि
आईपीएल की शुरुआत जब साल 2007 में हुई थी उसी दौरान कई लोग यह कहते नजर आ रहे थे कि कई युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज इस प्रारूप में आकर अपनी प्रतिभा को दिखाएंगे और कहीं ना कहीं लोगों की यह बात सही साबित हुई है और इन दिनों अगर किसी भारतीय युवा खिलाड़ी का नाम सबसे ज्यादा छाया हुआ है तो वह खिलाड़ी है रिंकू सिंह जिन्हें लोग किंग रिंकू के नाम से बुला रहे हैं। दरअसल शानदार अंदाज में गुजरात टाइटंस के खिलाफ हारा हुआ मुकाबला उन्होंने अपनी टीम को जीत आया है उसकी वजह से सभी लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कहते नजर आ रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कैसे इस मुकाम पर पहुंचने के लिए रिंकू सिंह ने लंबा संघर्ष किया है क्योंकि एक समय में वह झाड़ू और पोछा की नौकरी करते थे।
कोलकाता नाइट राइडर्स के धाकड़ बल्लेबाज रिंकू सिंह ने जैसे ही गुजरात के खिलाफ 5 छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई है उसके बाद सभी लोग उनके संघर्षों की दास्तान को सुनकर उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं। आपको बता दें कि रिंकू सिंह के पिता खानचंद जहां सिलेंडर पहुंचाने का काम करते हैं वही रिंकू भी अपने पिता का हाथ बताने के लिए कई दफ्तरों में सफाई का काम करते थे। हालांकि झाड़ू और पोछा करने के अलावा रिंकू हमेशा ही क्रिकेट से लगाव रखते थे और लगातार अभ्यास भी करते नजर आते थे। आइए आपको बताते हैं कैसे रिंकू के बारे में यह बात जानकर सभी लोग उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं और यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनके संघर्षों ने आखिरकार अपना रंग दिखा दिया है।
केकेआर के बेहतरीन बल्लेबाज रिंकू सिंह इन दिनों लगातार लोगों के बीच में छाए हुए हैं और हर कोई इस खिलाड़ी को लेकर यही कहता नजर आ रहा है कि रिंकू की बराबरी कोई और कर ही नहीं सकता क्योंकि एक समय में जब उन्हें आईपीएल खेलने का मौका नहीं मिल रहा था तब वह कई दफ्तरों में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करते थे। रिंकू ने खुद बताया है कि बहुत मुश्किल से उन्हें कुछ रुपयों की आमदनी होती थी जिससे वह अपने घर को चलाते थे लेकिन आज वह उस मुकाम पर हैं जहां पूरी दुनिया के लोग रिंकू को जान रहे हैं और इसी वजह से लोग रिंकू के बारे में यही कहते नजर आ रहे हैं कि इस खिलाड़ी ने इस मुकाम पर आने के लिए जो संघर्ष किया है वह वाकई में काबिले तारीफ है।