बिहार का एक छात्र, जिसके पिता की मृत्यु के बाद परिवार कर्ज में डूब गया, यूपीएससी एग्जाम का रिजल्ट पक्ष में आने पर भावुक हो गया
यूपीएससी एग्जाम में बिहार के स्टूडेंट ने टॉप नहीं किया हो ऐसा हो ही नहीं सकता। ऐसे छात्र जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी है उनको पढ़ाई करने में ज्यादा मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ता लेकिन सब की परिस्थितियां एक जैसी नहीं होती आज हम आपको मुजफ्फरपुर के एक स्टूडेंट जिसका नाम है विशाल की कहानी आपको सुनाने वाले हैं। विशाल के पिता मजदूरी का काम करते हैं। विशाल पढ़ने में होशियार है इसने अपनी मेहनत से पहले जिले में टॉपर रहा इसके बाद आयआयटी कानपुर पहुंचा और बाद में यूपीएससी एग्जाम में टॉपर रहा।
गरीब घर से ताल्लुक रखते हैं छात्र विशाल
विशाल मुजफ्फरपुर के मीनापुर प्रखंड के मकसूदपुर के रहने वाले हैं। यूपीएससी एग्जाम में विशाल की 484 रैंक आई। पिता की मौत के बाद इनका परिवार कर्ज में डूब गया था।इनका परिवार दो टूटे हुए कमरों में रहता है विशाल के परिवार में एक मां, एक बहन और एक छोटा भाई है। मैट्रिक एग्जाम में विशाल जिले में टॉपर रहा, इसके बाद उन्होंने डीजीपी अभयानंद के इंस्ट्रक्शन में आईआईटी कानपुर से केमिकल इंजीनियर में बीटेक की और बाद में यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में लग गए।
यूपीएससी एग्जाम रिजल्ट के बाद भावुक हो गए विशाल
यूपीएससी एग्जाम का रिजल्ट आने पर विशाल के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। परिवार वाले इतने खुश थे कि उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। विशाल के स्कूल के प्रिंसिपल गौरीशंकर प्रसाद खुद एक यूपीएससी के अभ्यर्थी रह चुके हैं।
रिजल्ट विशाल के पक्ष में आने पर विशाल भावुक दिखे। विशाल ने कड़ी मेहनत करके इस लक्ष्य को प्राप्त किया है। प्रिंसिपल गौरी शंकर प्रसाद ने भी विशाल की काफी मदद की। विशाल के परिवार वाले तो खुश है ही लेकिन गांव भी खुशी से झूम रहा है।